बैतूल जिले के एक जनप्रतिनिधि के पुत्र के कारनामें का गुणगान हर चौक चौराहे से लेकर भोपाल तक सुनने में आ रहा है। दरअसल मामला यह है कि यह जनप्रतिनिधि के के सुपुत्र ने ऐसा कुछ कर डाला है की इसके कारनामें से खुद जनप्रतिनिधि ही परेशान है, क्योंकि इसने अपने करीबियों को ही चुना लगा दिया। इसके कारनामें ऐसे है की इसने अपने करीबियों से काम ज़माने के नाम पर राशि ले ली और उस राशि को स्वयं के ऐशो आराम पर खर्च कर डाले। जब एक करीबी ने अपने पैसे मांगे तो नेता पुत्र झटके पर झटके देता दिखा। जिससे ग़ुस्से में आये रा….. ने साहब ने नेता पुत्र की इनोवा कार घर ले आई! इसी बीच एक और व्यक्ति अपनी व्यथा सुनाते हुए कह रहा था कि रेता का काम दिलाने के नाम पर लाखों लिए है। नहीं देने पर पीड़ित कि माता ने ही उसे कॉल करना शुरू कर दिया। लेकिन बेशर्म पुत्र अपनी हरकतो से बाज नहीं आया।
*पैसा निधि के माध्यम से पहुंचाया!*
जब नेता के पुत्र के पास कहीं से पैसे की लाईन नहीं जमी तो नेता पुत्र ने अब निधि के माध्यम से अकाउंट में पैसे डालने कि बात कही है!
महंगी करो के शौकीन नेता पुत्र ने अपने ही गांव शहर के कई लोगों से पैसे उधार लेने कि जन चर्चा जोरों से सुनाई दे रही है।