बैतूल जिले के आठनेर थाना क्षेत्र में एक बार फिर सट्टे का खेल चर्चा का विषय बन गया है। इस बार लालू बबलू और नाम के व्यक्तियों के नाम सुर्खियों में हैं, जिनके बारे में कहा जा रहा है कि उन्होंने सट्टे का धंधा फिर से शुरू कर दिया है। स्थानीय सूत्रों के अनुसार, पिछली बार जब इस तरह की खबरें सामने आई थीं, तो थाना प्रभारी ने त्वरित कार्रवाई करते हुए इस अवैध गतिविधि पर रोक लगा दी थी। लेकिन अब स्थिति बदल गई है। सूत्रों का दावा है कि इस बार लालू बबलू और ने परमिशन हासिल कर ली है, जिसके चलते वे बेखौफ होकर यह काम चला रहे हैं।लालू ,बबलू अमरगीत सुरेश मनीष के हौसले इतने बुलंद हैं कि वे लोगों के बीच खुलेआम कहते फिर रहे हैं, “अब कोई हमारा काम बंद नहीं करा सकता।” यह बयान न केवल उनकी निडरता को बताती है, बल्कि स्थानीय पुलिस के लिए भी एक खुली चुनौती मानी जा रही है। क्षेत्र के लोगों में इस बात को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं कि आखिर यह “परमिशन” किसने और कैसे दी? क्या यह पुलिस की नाकामी है या फिर इसके पीछे कोई बड़ा खेल चल रहा है?पिछली बार जब सट्टे के इस धंधे की खबरें उजागर हुई थीं, तो पुलिस ने तुरंत एक्शन लिया था और इसे बंद करवाने में सफलता हासिल की थी। लेकिन इस बार मामला अलग नजर आ रहा है। सूत्रों का कहना है कि लालू ,बबलू और ने इस बार अपने नेटवर्क को मजबूत कर लिया है और ऊपरी स्तर से मिली “हरी झंडी” के दम पर वे फिर से सक्रिय हो गए हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि सट्टे का यह खेल न केवल क्षेत्र में अवैध गतिविधियों को बढ़ावा दे रहा है, बल्कि युवाओं को भी गलत रास्ते पर ले जा रहा है।इस मामले में पुलिस की चुप्पी भी सवाल खड़े कर रही है। क्या पुलिस इस बार भी पहले की तरह सख्ती दिखाएगी या फिर लालू बबलू और की यह “परमिशन” वाली बात सच साबित होगी?