आरोप: डायल 100 के पुलिसकर्मी ने शिकायतकर्ता से की अभद्रता
बनियान फाड़ी, थाने में रिपोर्ट लिखने से किया इनकार
बैतूल। बैतूल में पुलिस की दबंगई का शर्मनाक मामला सामने आया है। एक बुजुर्ग मां के साथ हुई मारपीट की शिकायत करने गए फरियादी पवन मालवी के साथ ही पुलिसकर्मी ने बदसलूकी कर दी। डायल 100 के पुलिसकर्मी ने उनकी बनियान फाड़ दी, उन्हें धक्का देकर मारने की धमकी भी दी। फरियादी न्याय की आस में थाने से लेकर अधिकारियों तक चक्कर काट रहे हैं, लेकिन अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई।
नेताजी सुभाष चंद्र बोस न्याय मंच, भारत के संस्थापक एवं अध्यक्ष पवन मालवी ने आरोप लगाया कि उनकी 85 वर्षीय मां के साथ मारपीट के मामले में उन्होंने पुलिस से मदद मांगी थी, लेकिन उल्टा उनके साथ ही दुर्व्यवहार हो गया।
1 मार्च 2025 की सुबह 8:23 बजे उन्होंने डायल 100 को कॉल कर पुलिस सहायता मांगी थी। पुलिस की एक टीम वाहन नंबर एमपी 04 टीए 5895 से उनके घर पहुंची। पवन मालवी के अनुसार, जब उन्होंने पुलिसकर्मी से अनुरोध किया कि वह उनकी मां से खुद पूरी जानकारी ले, तो पुलिसकर्मी ने कहा कि यह उसका काम नहीं है और उन्हें थाने जाना होगा। जब पवन मालवी ने इसका लिखित प्रमाण मांगा और कहा कि पहले भी शिकायत की गई थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई, तो पुलिसकर्मी बदसलूकी पर उतर आया।
आरोप है कि वर्दीधारी पुलिसकर्मी ने पवन मालवी को धक्का दिया, उनकी बनियान पकड़कर खींची और उसे फाड़ दिया। इतना ही नहीं, उसने 100 डायल की गाड़ी से होस पाइप निकालकर मारने की कोशिश भी की। इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो भी पवन मालवी ने बना लिया है।
– रिपोर्ट दर्ज कराने गए तो थाने में भी टरकाया
पवन मालवी इस मामले की शिकायत लेकर एडीशनल एसपी से मिलने पहुंचे, लेकिन उन्होंने उन्हें गंज थाना जाने को कहा। जब वे गंज थाना पहुंचे, तो थाना प्रभारी ने रिपोर्ट दर्ज करने की बजाय आवेदन देने को कहा। पवन मालवी ने थाना प्रभारी से कहा कि वे अपनी रिपोर्ट लिखवाना चाहते हैं, लेकिन पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज करने से साफ इनकार कर दिया और कहा कि आवेदन दे दीजिए, कार्रवाई कर लेंगे। इसके बाद पवन मालवी ने अनुविभागीय पुलिस अधिकारी (एसडीओपी) को फोन पर घटना की जानकारी दी और पूरे मामले की शिकायत मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव, पुलिस महानिदेशक कैलाश मकराना, जिला कलेक्टर बैतूल और पुलिस अधीक्षक बैतूल को भेजी है।
– जिम्मेदार अधिकारी कोई ठोस कार्रवाई नहीं करते
पवन मालवी का आरोप है कि पुलिस थानों में शिकायत करने के बावजूद मामलों को दर्ज नहीं किया जाता और फरियादियों को वर्दी का डर दिखाकर भगा दिया जाता है। आए दिन इस तरह की घटनाओं की खबरें समाचार पत्रों में भी प्रकाशित होती रहती हैं, लेकिन जिम्मेदार अधिकारी कोई ठोस कार्रवाई नहीं करते। उनका कहना है कि खुद उनकी भी कई शिकायतें पुलिस और अन्य विभागों में लंबित हैं, लेकिन अब तक किसी पर कोई कार्यवाही नहीं हुई, जिससे आम जनता के बीच प्रशासनिक व्यवस्था को लेकर गहरा असंतोष है।